आज 8 अप्रैल 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- चैत्र मास (शुक्ल पक्ष) एकादशी 21:22 तक, युगाब्द 5127, विक्रमी संवंत 2082 तदनुसार 8 अप्रैल 2025, दिन मंगलवार.
आज का नक्षत्र – अश्लेषा 07:54 तक बाद मघा.
आज का योग – शूल 18:09 तक.
आज का करण – वणिज 08:31 तक, बाद विष्टि 21:12 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 11:59 से 12:50 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 15:35 से 17:09 दोपहर तक.
आज का दिशा शूल – उत्तर दिशा.
आज हनुमान जी को प्रसन्न करें.
हनुमान चालीसा सुननें के लिए निचे दिए लिंक को छुएं.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) तृतीय अध्याय श्लोक संख्या.8.
नियतं कुरु कर्म त्वं कर्म ज्यायो ह्यकर्मणः।
शरीरयात्रापि च ते न प्रसिद्धयेदकर्मणः ॥
व्याख्या-
तू शास्त्रविहित कर्तव्यकर्म कर क्योंकि कर्म न करने की अपेक्षा कर्म करना श्रेष्ठ है तथा कर्म न करने से तेरा शरीर-निर्वाह भी नहीं सिद्ध होगा॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
गीता ज्ञान के कर्म अध्याय में हम भगवान जी से जान रहे हैं की श्रेष्ठ कर्म कौनसा है. अर्जुन जैसा महान योद्धा तो जान लेगा की क्या करना श्रेष्ठ है, परन्तु हम जैसे अज्ञानी नहीं जान पाते. उसके लिए भगवान बता रहे हैं की कर्म तो अनेक पराक्र के होते हैं, और हम सब हर पल कर्म करते भी हैं. अगर मनुष्य कर्म करना छोड़ देगा तो मृत प्राय ही समझा जाता है. अब हमे कर्म करते हुए अपने कर्म को अपना लक्ष्य के रूप में मान कर पूरी निष्ठा से करना होगा. ये ही कर्म करने का अर्थ है. किसी भी कार्य में जब हम लग जाते हैं तो अगर हम उसे पूरी निष्ठा से नहीं करेगें तो वो पूर्ण नहीं हो पाता. इस लिए हमें जीवन में जो कर्म करने का अवसर मिले उसे पूरी निष्ठा से करना है. ऐसा हमारा लक्ष्य होना चाहिए.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
हनुमान जी को प्रसन्न करना है तो राम चालीसा का पाठ तो करना ही होगा….
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