आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि ( Aaj Ki Tithi):– 03 जनवरी 2025, पौष मास चतुर्थी (शुक्ल पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार, दिन शुक्रवार।
आज का नक्षत्र – धनिष्ठा 22:20 तक.
आज का योग – वज्र 12:36 तक.
आज का करण – वणिज्य 12:24 तक, बाद विष्टि 23:38 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:07 से 12:48 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 11:11 से 12:27 प्रात:.
आज का दिशा शूल – पश्चिम और दक्षिण पश्चिम दिशा.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) पहला अध्याय श्लोक संख्या. 28-29(28 उत्तरार्द्ध)
अर्जुन उवाच
दृष्टेवमं स्वजनं कृष्ण युयुत्सुं समुपस्थितम् ॥
सीदन्ति मम गात्राणि मुखं च परिशुष्यति ।
वेपथुश्च शरीरे में रोमहर्षश्च जायते ॥
व्याख्या –
अर्जुन बोले- हे कृष्ण! युद्ध क्षेत्र में डटे हुए युद्ध के अभिलाषी इस स्वजन समुदाय को देखकर मेरे अंग शिथिल हुए जा रहे हैं और मुख सूखा जा रहा है तथा मेरे शरीर में कम्प एवं रोमांच हो रहा है॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar)(Geeta Gyan):-
युद्ध की बात करना आसान होता है, परन्तु जब युद्ध अपनों से हो तो वो उतना ही कठिन हो जाता है. ये सबके साथ होता है. परीक्षा का समय किसी युद्ध से कम नही होता उस समय मन में होने वाली घबराहट उसका परिणाम होती है. इस लिए गीता जी से हमे ज्ञान प्राप्त होता है, कि युद्ध की तैयारी हमेशा ऐसी करो की सामने कोई भी स्थिति हो परन्तु हम विचलित ना हों.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐