आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- 1 फ़रवरी 2025, माघ मास तृतीया 11:37 तक (शुक्ल पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार, दिन शनिवार।
गुप्त नवरात्रि का तीसरा दिन. दुर्गा चालीसा पाठ के लिए लिंक टच करें.
आज का नक्षत्र – पूर्वा भाद्रपद 26:31 तक.
आज का योग – परिघ 12:23 तक.
आज का करण – गर 11:37 तक, वणिज 22:25 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:15 से 12:58 दोपहर तक.
आज का राहुकाल -09:55 से 11:16 सुबह.
आज का दिशा शूल – पूर्व दिशा.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या.12.
न त्वेवाहं जातु नासं न त्वं नेमे जनाधिपाः ।
न चैव न भविष्यामः सर्वे वयमतः परम् ॥
व्याख्या-
न तो ऐसा ही है कि मैं किसी काल में नहीं था, तू नहीं था अथवा ये राजा लोग नहीं थे और न ऐसा ही है कि इससे आगे हम सब नहीं रहेंगे॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
भगवान श्री कृष्ण जी गीता ज्ञान की शुरुआत कर रहे हैं, भगवान जी कह रहे हैं की, हम बिना कारण ही परेशान होते हैं. क्योंकि यहाँ कुछ भी सदा रहने के लिए नही है. जो कुछ भी है वो सब कुछ समय के लिए हैं. भगवान कह रहें हैं मैं स्वयं हमेशा नही रहा तो किसी के जीवन में आने वाली परेशानी हमेशा कैसे रहेंगी, यहाँ कुछ भी स्थाई नही है. ना ही जीवन के दुःख और ना ही जीवन के सुख. आज हमने जीवन को ऐसा बना लिया है कि, हमारी परेशानी किसी के लिए ख़ुशी का कारण बन जाती है तो किसी दूसरे की ख़ुशी हमारी परेशानी का कारण बन जाती हैं. परन्तु स्थाई कुछ भी नही है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐