आज 30 मार्च 2025, का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- चैत्र मास (शुक्ल पक्ष) प्रतिपदा 12:48 तक, युगाब्द 5127, विक्रमी संवंत 2082 तदनुसार 30 मार्च 2025, दिन रविवार.
आपको नव संवत् 2082 और नवरात्र पर्व की बहुत बहुत शुभकामनाएं.
आज का नक्षत्र – रेवती 16:34 तक.
आज का योग – इन्द्र 17:52 तक.
आज का करण – बव 12:48 तक, बाद बालव 22:59 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:03 से 12:52 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 17:06 से 18:39 सुबह तक.
आज का दिशा शूल – पश्चिम दिशा.
आज नवरात्र का पहला दिन करें माता को प्रसन्न.
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गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 71.
विहाय कामान्यः सर्वान्पुमांश्चरति निःस्पृहः ।
निर्ममो निरहंकारः स शान्तिमधिगच्छति ॥
व्याख्या-
जो पुरुष सम्पूर्ण कामनाओं को त्याग कर ममतारहित, अहंकाररहित और स्पृहारहित हुआ विचरता है, वही शांति को प्राप्त होता है अर्थात वह शान्ति को प्राप्त है॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-
आज भगवान ऐसा सन्देश दे रहे हैं जिसकी जरुरत सबको है. आज भगवान बता रहे हैं की शांति प्राप्ति कैसे हो. शन्ति उसे ही प्राप्त होती है जो अपने सारे राग द्वेष त्याग देता है और बिना आसक्ति के केवल अपना कर्म करता है. भगवान बता रहे हैं की अगर आपको किसी चीज़ के प्रति आसक्ति नहीं है तो परिणाम कुछ भी हो तब आप विचलित नहीं होते. ऐसी स्थिति ही शांति प्राप्ति का मार्ग है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
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