आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- 28 जनवरी 2025, माघ मास चतुर्दशी (कृष्ण पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार, दिन मंगलवार।
आज का नक्षत्र – पूर्वाषाढ़ 08:57 तक.
आज का योग – वज्र 23:50 तक.
आज का करण – विष्टि 08:09 तक, शकुनि 19:35 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:15 से 12:57 दोपहर तक.
आज का राहुकाल -15:16 से 16:35 दोपहर.
आज का दिशा शूल – उत्तर दिशा.
गुप्त नवरात्र प्रारम्भ…दुर्गा चालीसा पाठ के लिए टच करें…
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 08.
न हि प्रपश्यामि ममापनुद्या-
द्यच्छोकमुच्छोषणमिन्द्रियाणाम् ।
अवाप्य भूमावसपत्रमृद्धं-
राज्यं सुराणामपि चाधिपत्यम् ॥
व्याख्या-
क्योंकि भूमि में निष्कण्टक, धन-धान्य सम्पन्न राज्य को और देवताओं के स्वामीपने को प्राप्त होकर भी मैं उस उपाय को नहीं देखता हूँ, जो मेरी इन्द्रियों के सुखाने वाले शोक को दूर कर सके॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
आज गीता ज्ञान में हमे दुनिया के सबसे अद्भुत सुख के विषय में ज्ञान प्राप्त हो रहा है, अर्जुन भगवान से कह रहें हैं कि, यदि मैं अपने सभी बंधुओं को मार कर युद्ध जीत भी लूँगा तो भी केवल सांसारिक सुख प्राप्त होगा परन्तु अपनों का सुख कैसे प्राप्त होगा, दुनिया में अपनों के सुख से बड़ा दूसरा कोई सुख नही हैं. मित्रों इस बात को जरुर समझ लेना चाहिए की अगर थोडा बहुत खो कर अपनों का सुख मिल रहा है तो वो सुख जरुरी है. परन्तु ये ही गलती कौरवों ने की अगर केवल 5 गाँव पांडवों को दे देते तो सब कुछ ना खोना पड़ता.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐