आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- वैशाख मास (शुक्ल पक्ष) षष्ठी 07:51 तक, बाद सप्तमी. युगाब्द 5127, विक्रमी संवत् 2082 तदनुसार 3 मई 2025, दिन शनिवार.
आज का नक्षत्र – पुनर्वसु 12:33 तक.
आज का योग – शूल 25:39 तक.
आज का करण – तैतुल 07:51 तक, बाद गर 19:28 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 11:53 से 12:46 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 08:59 से 10:40 सुबह तक.
आज का दिशा शूल – पूर्व दिशा.
आज का कुटुंब प्रबोधन ज्ञान (Kutumb Prabodhan):-
मौन कभी-कभी संवाद का श्रेष्ठ रूप होता है।
शनि देव देते हैं, पाप कर्मों से मुक्ति…
शनि चालीसा पाठ से बनेगा सुखी घर-संसार…
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) तृतीय अध्याय श्लोक संख्या.34.
इन्द्रियस्येन्द्रियस्यार्थे रागद्वेषौ व्यवस्थितौ ।
तयोर्न वशमागच्छेत्तौ ह्यस्य परिपन्थिनौ ॥
व्याख्या-
इन्द्रिय-इन्द्रिय के अर्थ में अर्थात प्रत्येक इन्द्रिय के विषय में राग और द्वेष छिपे हुए स्थित हैं। मनुष्य को उन दोनों के वश में नहीं होना चाहिए क्योंकि वे दोनों ही इसके कल्याण मार्ग में विघ्न करने वाले महान् शत्रु हैं॥
आज का सुविचार और गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-
हर मनुष्य में एक जैसी इन्द्रियां भगवान ने प्रदान की हैं. परन्तु हम सब अपने स्वभाव के अनुसार ही इनका प्रयोग करते हैं, जिसके कारण हम सब अलग अलग हैं. हमारी प्रकृति के अनुसार ही हम इन्द्रियों का प्रयोग करते हैं. जैसा हमारा आचरण होता है, उसी के अनुसार हम इन्दिर्यों का प्रयोग करते हैं, हमारा कर्म ना केवल हमारे स्वभाव को बताता है, अपितु हमारी प्रकृति का भी परिचय देता हैं.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
आज शनिवार के दिन भैरव चालीसा पाठ करने से होता है शत्रुओं का नाश…
कुंडली विश्लेषण के लिए लिंक को छू कर वेबसाइट के अपॉइंटमेंट सेक्शन में जाएँ.