Aaj ki Tithi aur aaj ka Panchang

Aaj ki Tithi: आज 3 मार्च 2025 का पंचांग, गीता ज्ञान और सुविचार..

आज 3 मार्च 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।

आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- फाल्गुन मास चतुर्थी (शुक्ल पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 3 मार्च 2025, दिन सोमवार।

आज का नक्षत्र – अश्वनी 28:28 तक. 

आज का योग – शुक्ल 08:55 तक, बाद ब्रह्म 29:23 तक. 

आज का करण – वणिज 07:30 तक, विष्टि 18:01 तक.

आज का शुभ मुहूर्त – 12:12 से 12:58 दोपहर तक. 

आज का राहुकाल – 08:14 से 09:41 सुबह तक. 

आज का दिशा शूल – पूर्व दिशा.

आज सोमवार के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करें.

शिव चालीसा सुनने के लिए निचे दिए लिंक को छुएं. 

गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 42-44.

यामिमां पुष्पितां वाचं प्रवदन्त्यविपश्चितः ।

वेदवादरताः पार्थ नान्यदस्तीति वादिनः ॥

कामात्मानः स्वर्गपरा जन्मकर्मफलप्रदाम्‌ ।

क्रियाविश्लेषबहुलां भोगैश्वर्यगतिं प्रति ॥

भोगैश्वर्यप्रसक्तानां तयापहृतचेतसाम्‌ ।

व्यवसायात्मिका बुद्धिः समाधौ न विधीयते ॥

व्याख्या-

हे अर्जुन! जो भोगों में तन्मय हो रहे हैं, जो कर्मफल के प्रशंसक वेदवाक्यों में ही प्रीति रखते हैं, जिनकी बुद्धि में स्वर्ग ही परम प्राप्य वस्तु है और जो स्वर्ग से बढ़कर दूसरी कोई वस्तु ही नहीं है- ऐसा कहने वाले हैं, वे अविवेकीजन इस प्रकार की जिस पुष्पित अर्थात्‌ दिखाऊ शोभायुक्त वाणी को कहा करते हैं, जो कि जन्मरूप कर्मफल देने वाली एवं भोग तथा ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए नाना प्रकार की बहुत-सी क्रियाओं का वर्णन करने वाली है, उस वाणी द्वारा जिनका चित्त हर लिया गया है, जो भोग और ऐश्वर्य में अत्यन्त आसक्त हैं, उन पुरुषों की परमात्मा में निश्चियात्मिका बुद्धि नहीं होती॥

आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-

जो लोग विषय वस्तु के भोगों में लगे हुए हैं, और जो फल की इच्छा से कर्म कर रहे हैं. ऐसे लोग जन्म जन्मों तक कर्म बन्धनों से छूट नहीं सकते. जो लोग काम की शुरुआत ही उसके फल के विषय में सोच कर करते हैं, ऐसे लोग कभी कर्म बन्धनों से नही छूट सकते, इसे निष्काम नही कहा जा सकता. इस लिए कर्म फल में बुद्धि को लगाए बिना ही कर्म करना अधिक श्रेय देने वाला होता है. जब भी कोई काम उसके फल को ध्यान में रख कर किया जाता है तो उसे कर्म नही कहते उसे स्वार्थ कहते हैं. इन्हें भगवान कर्म फल का प्रशंसक कहते हैं.  

आप जहां से भी इस गीता ज्ञान को प्राप्त कर रहे हैं, निचे दिए वेबसाइट लिंक में जा कर अपना फीडबैक जरुर दें.  

आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐

शिव के आराध्य राम जी का चालीसा सुनने के लिए लिंक पर जाएँ.