आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- 3 फ़रवरी 2025, माघ मास षष्ठी (शुक्ल पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार, दिन सोमवार।
गुप्त नवरात्रि का छटा दिन. दुर्गा चालीसा का पाठ करें.
आज का नक्षत्र – रेवती 23:15 तक.
आज का योग – साध्य 27:01 तक.
आज का करण – कौलव 17:43 तक, तैतिल 28:36 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:15 से 12:58 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 08:34 से 09:55 सुबह.
आज का दिशा शूल – पूर्व दिशा.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या.14.
मात्रास्पर्शास्तु कौन्तेय शीतोष्णसुखदुःखदाः ।
आगमापायिनोऽनित्यास्तांस्तितिक्षस्व भारत ॥
व्याख्या-
हे कुंतीपुत्र! सर्दी-गर्मी और सुख-दुःख को देने वाले इन्द्रिय और विषयों के संयोग तो उत्पत्ति-विनाशशील और अनित्य हैं, इसलिए हे भारत! उनको तू सहन कर॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
मनुष्य को जीवन में कुछ सत्य हैं जिसे समझने की जरूरत है. भूख-प्यास, सुख-दुःख, गर्मी-सर्दी ये शरीर के भाव हैं. जब ये शरीर ही नित्य नही है, हमेशा रहने वाला नही है. तो ये शरीर से जुड़े विषय भी कहाँ हमेशा रहेंगे. जो नित्य रहने वाला है, वो आत्मा है. अगर आत्मा के लिए कर्म किया जाएगा तो वो कर्म ही हमे सुख-दुःख और ख़ुशी और गम का अनुभव करवाने वाले हैं. इस लिए मनुष्य को किसी भी बहार के सुखो की कामना किये बिना आत्मा के लिए उत्तम कर्म करने चाहिएं. जिसके लिए धर्म मार्ग का आचरण करना ही श्रेष्ठ मार्ग है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐