आज 28 फ़रवरी 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- , फाल्गुन मास प्रतिपदा (शुक्ल पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 28 फ़रवरी 2025, दिन शुक्रवार।
आज का नक्षत्र – शतभिषा 13:39 तक.
आज का योग – सिद्ध 20:06 तक.
आज का करण – किन्स्तुघन 16:46 तक, बाद बव 27:15 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:12 से 12:58 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 11:09 से 12:35 सुबह तक.
आज का दिशा शूल – पश्चिम दिशा.
आज शुक्रवार के दिन संतोषी माता को प्रसन्न करें.
संतोषी चालीसा सुनने के लिए निचे दिए लिंक को छुएं.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 39.
एषा तेऽभिहिता साङ्ख्ये बुद्धिर्योगे त्विमां श्रृणु ।
बुद्ध्या युक्तो यया पार्थ कर्मबन्धं प्रहास्यसि
व्याख्या-
हे पार्थ! यह बुद्धि तेरे लिए ज्ञानयोग के विषय में कही गई और अब तू इसको कर्मयोग के (अध्याय 3 श्लोक 3 की टिप्पणी में इसका विस्तार देखें।) विषय में सुन- जिस बुद्धि से युक्त हुआ तू कर्मों के बंधन को भली-भाँति त्याग देगा अर्थात सर्वथा नष्ट कर डालेगा॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
श्री कृष्ण अब तक अर्जुन को ज्ञान योग के विषय में बता रहे थे. ये विषय समझने का है. परन्तु और कर्म योग का ज्ञान शुरू होगा जिसे करने से ही फल की प्राप्ति होती है. श्री गीता ज्ञान से प्राप्त प्रेरणा हमे धर्म का आचरण करते हुए कर्म करने के लिए प्रेरित कर रही है. परन्तु अब हमे कर्म के प्रति निष्ठा का ध्यान भी रखना है. क्योकि हम कर्म से पहले उसके फल के विषय में सोचने लगते हैं. कभी-कभी इच्छा के अनुसार फल ना मिलने से मन निराश हो जाता है. इस लिए कर्म योग को जानना बहुत जरुरी है.
आप जहां से भी इस गीता ज्ञान को प्राप्त कर रहे हैं, निचे दिए वेबसाइट लिंक में जा कर अपना फीडबैक जरुर दें.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐