आज 27 मार्च 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- चैत्र मास (कृष्ण पक्ष) त्रयोदशी 23:03 तक, युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 27 मार्च 2025, दिन गुरुवार.
आज का नक्षत्र – शतभिषा 24:32 तक.
आज का योग – साध्य 09:23 तक, बाद शुभ 29:55 तक.
आज का करण – गर 12:26 तक, बाद वणिज 23:03 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:04 से 12:53 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 14:00 से 15:33 दोपहर तक.
आज का दिशा शूल – दक्षिण दिशा.
आज गुरुवार के दिन खाटू श्याम जी को प्रसन्न करें.
खाटू श्याम चालीसा सुनने के लिए निचे दिए लिंक को छुएं.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 68.
तस्माद्यस्य महाबाहो निगृहीतानि सर्वशः ।
इन्द्रियाणीन्द्रियार्थेभ्यस्तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठिता ॥
व्याख्या-
इसलिए हे महाबाहो! जिस पुरुष की इन्द्रियाँ इन्द्रियों के विषयों में सब प्रकार निग्रह की हुई हैं, उसी की बुद्धि स्थिर है॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
बुद्धि इन्द्रियों के द्वारा ही हमे कष्टों में डालती है. अगर बुद्धि को नियंत्रण में लेना है, तो इन्द्रियों से पैदा होने वाली सभी प्रकार की आसक्तियों का त्याग बहुत जरुरी है. जब मनुष्य इन्द्रियों के विषयों का त्याग कर लेता है तभी उसे स्थिर बुद्धि प्राप्त होती है. जब तक स्थिर बुद्धि नही होती तब तक मनुष्य जीवन में सुख दुःख के बंधनों में बंधा रहता है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
आज गुरुवार के दिन विष्णु चालीसा सुननें और पाठ करने के लिए लिंक को छुएं.
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