आज 25 फ़रवरी 2025, का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- फाल्गुन मास द्वादशी 12:46 तक (कृष्ण पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 25 फ़रवरी 2025, दिन मंगलवार।
आज का नक्षत्र – उत्तराषाढा 18:29 तक.
आज का योग – व्यतिपात 08:13 तक, बाद वज्र 29:49 तक.
आज का करण – तैतिल 12:46 तक, बाद गर 24:02 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:13 से 12:59 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 15:27 से 16:52 दोपहर तक.
आज का दिशा शूल – उत्तर दिशा.
मंगल को होगा हर कार्य मंगल.
दिन को मंगल बनाएं लिंक को टच कर हनुमान चालीसा पाठ सुनें.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 36.
अवाच्यवादांश्च बहून् वदिष्यन्ति तवाहिताः ।
निन्दन्तस्तव सामर्थ्यं ततो दुःखतरं नु किम् ॥
व्याख्या-
तेरे वैरी लोग तेरे सामर्थ्य की निंदा करते हुए तुझे बहुत से न कहने योग्य वचन भी कहेंगे, उससे अधिक दुःख और क्या होगा?॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
आज सामज में ऐसा समय आ गया है जब हम दूसरों की हार के अवसर देखते हैं और उनकी चुगती करते हैं जिसे अपकीर्ति कहा जाता है. हमारे चारों और ऐसा ही समाज है. जब हम इस बात को अच्छे से जानते हैं तो हमे किसी को ऐसा अवसर स्वयं क्यों ही देना की हम किसी चुनौंती से पीछे हटें. ऐसा कर के हम स्वयं अपनी अपकीर्ति के रास्ते लोगों के लिए खोल देते हैं. जब लोगों को अवसर मिलता है तो वो ऐसी बात भी बोल देते हैं जो उनके मन की होती हैं और कारण होता है हमारा युद्ध में पीछे हटना. इस लिए जीवन में धर्म का आचरण करते हुए किसी भी काम में पीछे नही हटना चाहिए.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐