आज 24 मार्च 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- चैत्र मास (कृष्ण पक्ष) दशमी 29:04 तक, युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 24 मार्च 2025, दिन सोमवार.
आज का नक्षत्र – उत्तराषाढ़ा 28:25 तक.
आज का योग – परिघ 16:43 तक.
आज का करण – वणिज 17:27 तक, बाद विष्टि 29:04 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:05 से 12:54 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 07:55 से 09:26 सुबह तक.
आज का दिशा शूल – पूर्व दिशा.
आज सोमवार के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करें.
शिव चालीसा सुनने के लिए निचे दिए लिंक को छुएं.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 65.
प्रसादे सर्वदुःखानां हानिरस्योपजायते ।
प्रसन्नचेतसो ह्याशु बुद्धिः पर्यवतिष्ठते ॥
व्याख्या-
अन्तःकरण की प्रसन्नता होने पर इसके सम्पूर्ण दुःखों का अभाव हो जाता है और उस प्रसन्नचित्त वाले कर्मयोगी की बुद्धि शीघ्र ही सब ओर से हटकर एक परमात्मा में ही भलीभाँति स्थिर हो जाती है॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
अगर मनुष्य अपने किये गए कर्मों से अपने मन में संतुष्ट है तो जीवन में उस से बड़ी कोई संतुष्टि नहीं होती. जब मनुष्य आत्म संतुष्टि प्राप्त करता है तब उसके अंदर कर्म योगी की तरह स्थिर बुद्धि के लक्षण जागने लगते हैं और वो भली प्रकार से परमात्मा में स्थिर हो जाता है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
भगवान शिव के आराध्य देव महादेव को प्रसन्न करने के लिए श्री राम चालीसा सुनें और पाठ करें.
कुंडली विश्लेषण के लिए लिंक को छू कर वेबसाइट के अपॉइंटमेंट सेक्शन में जाएँ.
अति सुंदर