आज 23 मार्च 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- 23 मार्च 2025, चैत्र मास (कृष्ण पक्ष) नवमी 29:37 तक, युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 23 मार्च 2025, दिन रविवार.
आज का नक्षत्र – पूर्वाषाढ़ा 28:17 तक.
आज का योग – वरीयान 17:57 तक.
आज का करण – तैतुल 17:36 तक, बाद गर 29:37 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:05 से 12:54 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 17:03 से 18:35 शाम तक.
आज का दिशा शूल – पश्चिम दिशा.
आज रविवार के दिन सूर्य भगवान को प्रसन्न करें.
सूर्य चालीसा सुनने के लिए निचे दिए लिंक को छुएं.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 64.
रागद्वेषवियुक्तैस्तु विषयानिन्द्रियैश्चरन् ।
आत्मवश्यैर्विधेयात्मा प्रसादमधिगच्छति ॥
व्याख्या-
परंन्तु अपने अधीन किए हुए अन्तःकरण वाला साधक अपने वश में की हुई, राग-द्वेष रहित इन्द्रियों द्वारा विषयों में विचरण करता हुआ अन्तःकरण की प्रसन्नता को प्राप्त होता है॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-
आज का गीता ज्ञान सन्देश स्पष्ट बता रहा है कि, अगर मनुष्य आसक्ति रहित कार्य करता है तो उसे हर प्रकार की ख़ुशी प्राप्त होती है. मनुष्य किसी के लिए बुरा नहीं बनता, उसे किसी के प्रति राग या द्वेष नहीं होता. वो सबका प्रिय होता है. जब मनुष्य स्वयं में प्रसन्न होता है तो उसे जीवन की और सृष्टी की सभी प्रकार की ख़ुशी प्राप्त होती हैं. आत्म मन की ख़ुशी प्राप्त करने में ही नहीं त्याग करने में निहित हैं. उपनिषदों में भी कहा गया है त्याग की भावना से ग्रहण किया अन्न ही पुष्टि प्रदान करता है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
सूर्य भगवान की शक्ति गायत्री माता को प्रसन्न करने के लिए गायत्री चालीसा का पाठ करें.
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