आज 21 मार्च 2025, का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- चैत्र मास (कृष्ण पक्ष) सप्तमी 28:23 तक, युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 21 मार्च 2025, दिन शुक्रवार.
आज का नक्षत्र – ज्येष्ठा 25:44 तक.
आज का योग – सिद्धि 18:40 तक.
आज का करण – विष्टि 15:38 तक, बाद बव 28:23 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:06 से 12:54 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 10:59 से 12:30 सुबह तक.
आज का दिशा शूल – पश्चिम दिशा.
आज शुक्रवार के दिन संतोषी माता को प्रसन्न करें.
संतोषी चालीसा सुनने के लिए निचे दिए लिंक को छुएं.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 62.
ध्यायतो विषयान्पुंसः संगस्तेषूपजायते ।
संगात्संजायते कामः कामात्क्रोधोऽभिजायते ॥
व्याख्या-
विषयों का चिन्तन करने वाले पुरुष की उन विषयों में आसक्ति हो जाती है, आसक्ति से उन विषयों की कामना उत्पन्न होती है और कामना में विघ्न पड़ने से क्रोध उत्पन्न होता है॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-
आज के श्लोक के माध्यम से श्री भगवान बता रहें हैं, जैसे अधिक सोने से नींद बढती है और काम को टालने से आलस्य बढ़ता है उसी प्रकार किसी विषय के बारे में अधिक चिंतन करने से ही उस विषय के प्रति आसक्ति बढती है. जैसे हर समय केवल धन के लिए सोचने से धन की कामना बढ़ती है. जब धन ना मिले तो क्रोध आता है. इसे ही आसक्ति कहते हैं. जब आसक्ति पूरी ना हो तो मनुष्य की बुद्धि निर्णय नहीं ले पाती तब मनुष्य क्रोध करता है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
जीवन की परीक्षाओं में सफ़लता प्राप्ति के लिए माँ शारदा चालीसा का पाठ करें.
कुंडली विश्लेषण के लिए लिंक को छू कर वेबसाइट के अपॉइंटमेंट सेक्शन में जाएँ.