आज 20 मार्च 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- चैत्र मास (कृष्ण पक्ष) षष्ठी 26:44 तक, युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 20 मार्च 2025, दिन गुरुवार.
आज का नक्षत्र – अनुराधा 23:30 तक.
आज का योग – वज्र 18:18 तक.
आज का करण – गर 13:43 तक, बाद वणिज 26:44 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:06 से 12:54 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 14:01 से 15:32 दोपहर तक.
आज का दिशा शूल – दक्षिण दिशा.
आज खाटू श्याम जी को प्रसन्न करें.
खाटू श्याम चालीसा सुनने के लिए निचे दिए लिंक को छुएं.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 61.
तानि सर्वाणि संयम्य युक्त आसीत मत्परः ।
वशे हि यस्येन्द्रियाणि तस्य प्रज्ञा प्रतिष्ठिता ॥
व्याख्या-
इसलिए साधक को चाहिए कि वह उन सम्पूर्ण इन्द्रियों को वश में करके समाहित चित्त हुआ मेरे परायण होकर ध्यान में बैठे क्योंकि जिस पुरुष की इन्द्रियाँ वश में होती हैं, उसी की बुद्धि स्थिर हो जाती है॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-
इद्रियों को वश में कर के जब हम अपने इष्ट का ध्यान करते हैं तो हमारी बुद्धि स्थिरता को प्राप्त करती है. तब हम अपने लक्ष्य को जल्दी प्राप्त करते है. उस समय हम देखते हैं की हमारे सभी कार्य स्वयं हो रहे हैं. तब हमे सोचना पड़ता है की हमारे कार्य हमारे स्थिर निश्चय से हो रहे हैं या हमारे कर्म से, उस समय हमारे स्थिर मन से कर्म करना ही हमे हर कार्य में सफलता प्रदान करता है. श्री कृष्ण कह रहे हैं कि केवल मुझ में ध्यान लगाओ और अपने सभी कर्म मुझे ध्यान में रख करो तब आप ना हो कर्म के दोषी बनोगे और ना ही कर्म फल की आसक्ति तम्हे दुखी करेगी.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
आज वीरवार के दिन विष्णु चालीसा से करें विष्णु जी की साधना. लिंक को छुएं और सुनें विष्णु चालीसा.
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