आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj ki Tithi)– पौष मास प्रथमा (शुक्ल पक्ष), युगाब्द 5125, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 31 दिसंबर 2024, दिन मंगलवार।
आज का नक्षत्र – पूर्वाषाढ़ा 24:02 तक.
आज का योग – ध्रुव 18:58 तक.
आज का करण – किस्तुघ्न 15:41 तक, बाद बव 27:21 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:06 से 12:46 दोपहर तक
आज का राहुकाल – 14:59 से 16:16 सुबह.
आज का दिशा शूल – उत्तर दिशा और उत्तर पश्चिम दिशा.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) पहला अध्याय श्लोक संख्या 24-25.
संजय उवाच
एवमुक्तो हृषीकेशो गुडाकेशेन भारत ।
सेनयोरुभयोर्मध्ये स्थापयित्वा रथोत्तमम् ॥
भीष्मद्रोणप्रमुखतः सर्वेषां च महीक्षिताम् ।
उवाच पार्थ पश्यैतान् समवेतान् कुरूनिति ॥
व्याख्या –
संजय बोले- हे धृतराष्ट्र! अर्जुन द्वारा कहे अनुसार महाराज श्रीकृष्णचंद्र ने दोनों सेनाओं के बीच में भीष्म और द्रोणाचार्य के सामने तथा सम्पूर्ण राजाओं के सामने उत्तम रथ को खड़ा कर इस प्रकार कहा कि हे पार्थ! युद्ध के लिए जुटे हुए इन कौरवों को देख॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (aaj ka suvichar)( Geeta Gyan):-
जीवन की समस्याओं रूपी संसार में जब हम अपनी समस्याओं को समझने के लिए, प्रयास करते हैं तो सामने कभी-कभी हमारे निजी भाव भी सामने आते हैं. इमोशन हमे घेर लेते हैं, क्यों कभी-कभी निर्णय अपनों के खिलाफ लेनें पड़ते हैं. इस लिए ऐसे समय में किसी बुद्धिमान व्यक्ति से मार्गदर्शन लेना चाहिए. गीता जी में कहा गया है जब आप ठीक के साथ होते हैं, तो भगवान भी स्वयं आपकी मदद करते हैं.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐