आज 19 मार्च 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- चैत्र मास (कृष्ण पक्ष) पंचमी 24:36 तक, युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 19 मार्च 2025, दिन बुधवार।
आज का नक्षत्र – विशाखा 20:49 तक.
आज का योग – हर्षण 17:36 तक.
आज का करण – कौलव 11:24 तक, बाद तैतिल 24:36 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:07 से 12:55 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 12:31 से 14:01 दोपहर तक.
आज का दिशा शूल – उत्तर दिशा.
बुधवार के दिन अभिजीत काल मान्य नहीं होता.
आज बुधवार के दिन विष्णु जी को प्रसन्न करें.
विष्णु चालीसा सुनने के लिए निचे दिए लिंक को छुएं.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 60.
यततो ह्यपि कौन्तेय पुरुषस्य विपश्चितः ।
इन्द्रियाणि प्रमाथीनि हरन्ति प्रसभं मनः ॥
व्याख्या-
हे अर्जुन! आसक्ति का नाश न होने के कारण ये प्रमथन स्वभाव वाली इन्द्रियाँ यत्न करते हुए बुद्धिमान पुरुष के मन को भी बलात् हर लेती हैं॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-
सृष्टि की उत्त्पति करने वाले ब्रह्मा जी ने सृष्टि रूपी भ्रम बनाया है, क्योंकि हमारी बुद्धि इसे स्थिर मान कर इसके लोभ और मोह में फंसी हुई है. हमे इसकी आसक्ति से निकल कर इसका त्याग करना होगा. जब तक मनुष्य भ्रम में रहेगा तब तक उसकी बुद्धि का स्थिर होना भी कठिन है. मनुष्य की इन्द्रियां उसे भ्रम में बनाए रखती हैं जिस दिन मनुष्य का किसी भी विषय का भ्रम टूटता है उसे उसका दुःख होता है. इस लिए भ्रम से निकल कर अपनी इन्द्रियों को एकाग्र करना परम कल्याण के लिए बहुत जरुरी है.
जहां आप अपनी इच्छा को समाप्त नहीं करते वहां आपकी इन्द्रियां विषयों में आसक्ति हो जाती है और उन विषयों की आसक्ति ही आपको दुःख और सुख का अनुभव करवाती है.
आप जहां से भी इस गीता ज्ञान को प्राप्त कर रहे हैं, निचे दिए वेबसाइट लिंक में जा कर अपना फीडबैक जरुर दें.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
आज बुधवार के दिन गणेश चालीसा पाठ विद्यार्थियों को देगा सफ़लता. लिंक को छुएं और सुने.
कुंडली विश्लेषण के लिए लिंक को छू कर वेबसाइट के अपॉइंटमेंट सेक्शन में जाएँ.
धन्यवाद, इससे लाभान्वित हो रहा हूं।
आनंद मिश्र बिहार, पटना