आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि ( Aaj Ki Tithi):- 17 जनवरी 2025, माघ मास चतुर्थी (कृष्ण पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार, दिन शुक्रवार।
आज का नक्षत्र – मघा 12:43 तक.
आज का योग – सौभाग्य 24:55 तक.
आज का करण – बव 16:42 तक, बाद बालव 29:29 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:12 से 12:54 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 11:15 से 12:33 दोपहर.
आज का दिशा शूल – पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम दिशा.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) पहला अध्याय श्लोक संख्या. 44.
उत्सन्नकुलधर्माणां मनुष्याणां जनार्दन ।
नरकेऽनियतं वासो भवतीत्यनुशुश्रुम ॥
व्याख्या-
हे जनार्दन! जिनका कुल-धर्म नष्ट हो गया है, ऐसे मनुष्यों का अनिश्चितकाल तक नरक में वास होता है, ऐसा हम सुनते आए हैं॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
महाभारत के समय में कुल के नाश का मतलब उस के नरक वास से माना जाता था. ये हम अपने चारों और देखते भी हैं की, जहां धर्म नही है वहां अधर्म है और जहाँ अधर्म हैं वहां कोई मर्यादा नही होती. इसी अव्यवस्था का नाम नरक है. समाज मर्यादा से चलता है, कुल में मर्यादा रहेगी तो समाज भी मर्यादा में रहेगा. इस लिए कुल की परम्परा का निर्वहन करना अति अवश्यक है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐