आज 18 मार्च 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- चैत्र मास (कृष्ण पक्ष) चतुर्थी 22:08 तक, युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 18 मार्च 2025, दिन मंगलवार।
आज का नक्षत्र – स्वाति 17:50 तक.
आज का योग – व्याघात 16:42 तक.
आज का करण – बव 08:51 तक, बाद बालव 22:08 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:07 से 12:55 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 15:31 से 17:01 शाम तक.
आज का दिशा शूल – उत्तर दिशा.
आज मंगलवार के दिन हनुमान जी को प्रसन्न करें.
हनुमान चालीसा सुनने के लिए निचे दिए लिंक को छुएं.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 59.
विषया विनिवर्तन्ते निराहारस्य देहिनः ।
रसवर्जं रसोऽप्यस्य परं दृष्टवा निवर्तते ॥
व्याख्या-
इन्द्रियों द्वारा विषयों को ग्रहण न करने वाले पुरुष के भी केवल विषय तो निवृत्त हो जाते हैं, परन्तु उनमें रहने वाली आसक्ति निवृत्त नहीं होती। इस स्थितप्रज्ञ पुरुष की तो आसक्ति भी परमात्मा का साक्षात्कार करके निवृत्त हो जाती है॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-
आज श्री कृष्ण विषय आसक्ति के विषय में कह रहे हैं. यदि लोक दिखावा करने के लिए हम किसी के सामने सांसारिक दिखावा करते हैं, परन्तु मन से विषयों का चिंतन करते हैं, तो भी हमारी बुद्धि स्थिर नहीं हो सकती. बुद्धि को स्थिर करने के लिए विषयों का त्याग मन और बुद्धि दोनों से करना होगा तभी बुद्धि स्थिर हो सकती हैं.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
श्री राम चालीसा से हनुमान जल्दी होंगे प्रसन्न. लिंक को छुए और श्री राम चालीसा सुनें.
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