aaj ki tithi

Aaj ki Tithi: आज 17 अप्रैल 2025 का पंचांग, आज का सुविचार और गीता ज्ञान..

Aaj Ki Tithi: आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।

आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- वैशाख मास (कृष्ण पक्ष) चतुर्थी 15:22 तक, बाद पंचमी. युगाब्द 5127, विक्रमी संवंत 2082 तदनुसार 17 अप्रैल 2025, दिन गुरुवार.

आज का नक्षत्र – ज्येष्ठा 32:19 तक. 

आज का योग – वरीयान 24:49 तक. 

आज का करण – बालव 15:22 तक, बाद कौलव 28:17 तक.   

आज का शुभ मुहूर्त – 11:57 से 12:48 दोपहर तक. 

आज का राहुकाल – 13:59 से 15:36 दोपहर तक. 

आज का दिशा शूल – दक्षिण दिशा.

आज गुरुवार के दिन विष्णु जी कृपा प्राप्ति के लिए सुनें विष्णु चालीसा.

विष्णु चालीसा सुननें के लिए निचे दिए लिंक पर जाएँ. 

गीता ज्ञान (Geeta Gyan) तृतीय अध्याय श्लोक संख्या.18.

संजय उवाच:

नैव तस्य कृतेनार्थो नाकृतेनेह कश्चन ।

न चास्य सर्वभूतेषु कश्चिदर्थव्यपाश्रयः ॥

व्याख्या-

उस महापुरुष का इस विश्व में न तो कर्म करने से कोई प्रयोजन रहता है और न कर्मों के न करने से ही कोई प्रयोजन रहता है तथा सम्पूर्ण प्राणियों में भी इसका किञ्चिन्मात्र भी स्वार्थ का संबंध नहीं रहता॥

आज का सुविचार और गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-

आज के गीता ज्ञान में संजय जी हमे बता रहें हैं की जिसे सत्य का ज्ञान हो गया है, जिसनें आत्मा के सत्य को समझ लिया है, उनके लिए कर्म का कोई मतलब नहीं रह जाता है. उनका हर कर्म ही आत्मा के लिए होता है. जिस कारण उन्हें किसी भी कर्म का दोष नहीं लगता है. ऐसे महापुरुष इस समाज में दिखाई नहीं देते. वो अपनी अलग ही दुनिया में विचरण करते हैं. या ऐसा समझा जा सकता है की उन्हें इश्वर की प्राप्ति हो जाती है, इस लिए उनकी आसक्ति इस दुनिया के कर्मों में नहीं रहती. 

आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐

आज गुरुवार के दिन विष्णु पत्नी महा लक्ष्मी को प्रसन्न करने से घर में सुख शांति का वास होता है.

कुंडली विश्लेषण के लिए लिंक को छू कर वेबसाइट के अपॉइंटमेंट सेक्शन में जाएँ.