आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि ( Aaj Ki Tithi):- 14 जनवरी 2025, माघ मास प्रथमा (कृष्ण पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार, दिन मंगलवार।
आज मकर संक्रान्ति की आप को बहुत बहुत शुभकामनाएं.
आज का नक्षत्र – पुनर्वसु 10:16 तक.
आज का योग – विष्कुम्भ 26:57 तक.
आज का करण – बालव 15:34 तक, बाद कौलव 27:20 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:11 से 12:53 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 15:08 से 16:25 दोपहर.
आज का दिशा शूल – उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशा.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) पहला अध्याय श्लोक संख्या. 41.
अधर्माभिभवात्कृष्ण प्रदुष्यन्ति कुलस्त्रियः ।
स्त्रीषु दुष्टासु वार्ष्णेय जायते वर्णसंकरः ॥
व्याख्या-
हे कृष्ण! पाप के अधिक बढ़ जाने से कुल की स्त्रियाँ अत्यन्त दूषित हो जाती हैं और हे वार्ष्णेय! स्त्रियों के दूषित हो जाने पर वर्णसंकर उत्पन्न होता है॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
जैसा की हमने कल के श्लोक से जाना की अगर परिवार टूट जाता है तो समाज में इज्जत खो देता है. इसी तरह परिवार की इज्जत कही जाने वाली स्त्री भी दूषित हो जाती हैं. जब स्त्री दूषित होती हैं वर्ण शंकर पैदा होते हैं. उन वर्ण शंकर के होने से परिवार के साथ साथ समाज भी बिगड़ता हुआ देखा जाता है. जिसके कारण समाज में उपद्रव अर्धम देखा जाता है. परिवार का जुड़ा रहना सिर्फ हमारे लिए ही नही, समाज के लिए भी बहुत जरुरी है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐