आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- 14 फ़रवरी 2025, फाल्गुन मास द्वितीया (कृष्ण पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार, दिन शुक्रवार।
संतोषी माता चालीसा पाठ से करें दिन की शुरुआत.
आज का नक्षत्र – पूर्वा-फाल्गुनी 23:08 तक.
आज का योग – अतिगण्ड 07:18 तक.
आज का करण – तैतिल 09:02 तक, बाद गर 21:51 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:15 से 12:59 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 11:14 से 12:37 तक दोपहर.
आज का दिशा शूल – पश्चिम दिशा.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 25.
अव्यक्तोऽयमचिन्त्योऽयमविकार्योऽयमुच्यते ।
तस्मादेवं विदित्वैनं नानुशोचितुमर्हसि॥
व्याख्या-
यह आत्मा अव्यक्त है, यह आत्मा अचिन्त्य है और यह आत्मा विकाररहित कहा जाता है। इससे हे अर्जुन! इस आत्मा को उपर्युक्त प्रकार से जानकर तू शोक करने के योग्य नहीं है अर्थात् तुझे शोक करना उचित नहीं है॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
श्री कृष्ण बता रहे हैं आत्मा नित्य है इसका कोई रूप नही है. ये इन्द्रियां तो इस शरीर का विषय हैं, परन्तु आत्मा तो इनसे परे है. ये आत्मा नित्य है जिसके कारण ये शरीर समाप्त होता हैं परन्तु ये आत्मा समाप्त नही होती. ये आत्मा तो विकार रहित है ये भोग के विषय तो शरीर के हैं इनसे आत्मा का कुछ लेना देना नही. इन सब विषयों को जान कर भी अर्जुन तू इन विषयों के बारे में शोक करने योग्य नही है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐