आज 13 मार्च 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- फाल्गुन मास चतुर्दशी 09:11 तक, बाद पूर्णिमा (शुक्ल पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 13 मार्च 2025, दिन गुरुवार।
आज का नक्षत्र – पूर्वा फाल्गुन 30:18 तक.
आज का योग – धृति 13:01 तक.
आज का करण – वणिज 10:35 तक, बाद विष्टि 10:35 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:09 से 12:56 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 14:01 से 15:30 दोपहर तक.
आज का दिशा शूल – दक्षिण दिशा.
आज गुरुवार विष्णु भगवान जी के रूप खाटू श्याम जी को प्रसन्न करें.
खाटू श्याम चालीसा सुनने के लिए निचे दिए लिंक को छुएं.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 54.
अर्जुन उवाच:
स्थितप्रज्ञस्य का भाषा समाधिस्थस्य केशव ।
स्थितधीः किं प्रभाषेत किमासीत व्रजेत किम् ॥
व्याख्या-
अर्जुन बोले- हे केशव! समाधि में स्थित परमात्मा को प्राप्त हुए स्थिरबुद्धि पुरुष का क्या लक्षण है? वह स्थिरबुद्धि पुरुष कैसे बोलता है, कैसे बैठता है और कैसे चलता है?॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
जैसे हम जीवन में सफलता के लिए अपने गुरु से जानना चाहते हैं की सफ़ल व्यक्ति का क्या लक्षण है उसी प्रकार अर्जुन भी भगवान से ये ही जानना चाहता है कि, स्थिर बुद्धि मनुष्य के लक्षण क्या हैं. जीवन में सफलता प्राप्ति के लिए हमे भी वैसा ही बनने के लिए प्रयास करना है, तो उनके लक्ष्ण पता होना भी जरुरी है. जब हम उसके लक्षणों को धारण करते हैं तभी जीवन में वैसा ही परिवर्तन देखने को मिलता है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐