आज 11 मार्च 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- फाल्गुन मास द्वादशी 08:13 तक, बाद त्रयोदशी (शुक्ल पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 11 मार्च 2025, दिन मंगलवार।
आज का नक्षत्र – आश्लेषा 26:14 तक.
आज का योग – अतिगण्ड 13:16 तक.
आज का करण – बालव 08:13 तक, बाद कौलव 20:38 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:09 से 12:56 दोपहर तक.
आज का राहुकाल -15:30 से 16:59 शाम तक.
आज का दिशा शूल – उत्तर दिशा.
आज मंगल के दिन हनुमान जी को प्रसन्न करें.
हनुमान चालीसा सुनने के लिए निचे दिए लिंक को छुएं.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 52.
यदा ते मोहकलिलं बुद्धिर्व्यतितरिष्यति ।
तदा गन्तासि निर्वेदं श्रोतव्यस्य श्रुतस्य च ॥
व्याख्या-
जिस काल में तेरी बुद्धि मोहरूपी दलदल को भलीभाँति पार कर जाएगी, उस समय तू सुने हुए और सुनने में आने वाले इस लोक और परलोक संबंधी सभी भोगों से वैराग्य को प्राप्त हो जाएगा॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-
आज का गीता ज्ञान एक नई दिशा प्रदान करने वाला है. जब हम विषय वस्तु के मोह में पड़ जाते हैं तो जीवन में कष्टों की शुरुआत होती है. मोह पैसे का हो या रिश्तों का हमेशा कष्ट देने वाला ही होता है. जैसे महाभारत काल में भी धृतराष्ट्र को पुत्र मोह और युधिष्ठिर को जुए के मोह से ही इतनी बड़ी हानि उठानी पड़ी. वो लोग तो हम जैसे कु बुद्धि से बहुत अधिक बुद्धि वान और विवेक वान थे. परन्तु जब बुद्धि मोह के वश में हो जाती है तो विवेक और ज्ञान सब नष्ट हो जाता है. इस लिए कोशिश करें की मोह और आसक्ति का त्याग कर के ही कर्म करें.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐