आज 10 मार्च 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- फाल्गुन मास एकादशी 07:44 तक, बाद द्वादशी (शुक्ल पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 10 मार्च 2025, दिन सोमवार।
आज का नक्षत्र – पुष्य 24:50 तक.
आज का योग – शोभन 13:55 तक.
आज का करण – विष्टि 07:44 तक, बाद बव 19:55 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:10 से 12:57 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 08:08 से 09:36 सुबह तक.
आज का दिशा शूल – पूर्व दिशा.
आज सोमवार को देवों के देव महादेव को प्रसन्न करें.
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गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 51.
कर्मजं बुद्धियुक्ता हि फलं त्यक्त्वा मनीषिणः ।
जन्मबन्धविनिर्मुक्ताः पदं गच्छन्त्यनामयम् ॥
व्याख्या-
क्योंकि समबुद्धि से युक्त ज्ञानीजन कर्मों से उत्पन्न होने वाले फल को त्यागकर जन्मरूप बंधन से मुक्त हो निर्विकार परम पद को प्राप्त हो जाते हैं॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
मनुष्य एक कर्म करने के बाद उसका फल मिलने पर उस से खुश हो जाता है, फिर और नए कर्म करने लगता है. इसी को कर्म बंधन कहा जाता है. इस से मनुष्य कर्म बन्धनों में बंधता है, और तभी दुखों से पीड़ित होता है. कर्म बन्धनों से मुक्ति के लिए फल से आसक्ति का त्याग बहुत जरुरी है. जब तक मनुष्य कर्म बंधनों से मुक्ति नही पाता तब तक उसे जन्म मरन के बन्धनों में बंधा रहना पड़ता है. कर्म बन्धनों से मुक्ति ही मनुष्य की मुक्ति का मार्ग है.
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आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐