आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- 10 फ़रवरी 2025, माघ मास त्रयोदशी (शुक्ल पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार, दिन सोमवार।
गुप्त नवरात्रि का त्रयोदश दिवस. दुर्गा चालीसा का पाठ करें..
आज का नक्षत्र – पुनर्वसु 17:59 तक.
आज का योग – प्रीती 10:25 तक.
आज का करण – तैतिल 18:56 तक, गर 30:52 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:15 से 12:59 दोपहर तक.
आज का राहुकाल -08:30 से 09:53 तक सुबह.
आज का दिशा शूल – पूर्व दिशा.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 21.
वेदाविनाशिनं नित्यं य एनमजमव्ययम् ।
कथं स पुरुषः पार्थ कं घातयति हन्ति कम् ॥
व्याख्या-
हे पृथापुत्र अर्जुन! जो पुरुष इस आत्मा को नाशरहित, नित्य, अजन्मा और अव्यय जानता है, वह पुरुष कैसे किसको मरवाता है और कैसे किसको मारता है?॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-
आज का गीता ज्ञान बहुत महत्वपूर्ण है. आज के श्लोक के माध्यम से भगवान अर्जुन के माध्यम से हमे सबको ज्ञान दे रहे हैं की जब हमे आत्मा के सत्य का ज्ञान हो जाएगा तो, हमे इस विषय का ज्ञान भी हो जाएगा की हम ना तो किसी को मारते ना ही मार सकते हैं और जब ऐसा भाव मन में पैदा होता है तो एक अच्छे समाज का निर्माण होता है. ऐसा ज्ञान होने का अर्थ है सत्य का ज्ञान होना, परन्तु हम असत्य को जानते हुए उसे ही महत्व देते हैं. ये शरीर मिट्टी से बना है और अंत में इस मिट्टी में ही मिल जाएगा परन्तु हम अज्ञान के कारण इसे ही महत्व देते हैं. इस लिए सत्य का ज्ञान करना और उसे मानना जरुरी है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐