आज 1 मार्च 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- फाल्गुन मास प्रतिपदा द्वितीया (शुक्ल पक्ष), युगाब्द 5126, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 1 मार्च 2025, दिन शनिवार।
आज का नक्षत्र – पूर्व भाद्रपद 11:21 तक.
आज का योग – साध्य 16:23 तक.
आज का करण – बालव 13:42 तक, बाद कौलव 24:08 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:12 से 12:58 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 09:43 से 11:09 सुबह तक.
आज का दिशा शूल – पूर्व दिशा.
आज शनिदेव को करें प्रसन्न.
शनि चालीसा सुनने के लिए निचे दिए लिंक को छुएं.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) दूसरा अध्याय श्लोक संख्या. 40.
यनेहाभिक्रमनाशोऽस्ति प्रत्यवातो न विद्यते ।
स्वल्पमप्यस्य धर्मस्य त्रायते महतो भयात् ॥
व्याख्या-
इस कर्मयोग में आरंभ का अर्थात बीज का नाश नहीं है और उलटा फलरूप दोष भी नहीं है, बल्कि इस कर्मयोग रूप धर्म का थोड़ा-सा भी साधन जन्म-मृत्यु रूप महान भय से रक्षा कर लेता है॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
गीता ज्ञान के सुविचार में आज भगवान श्री कृष्ण कह रहे हैं, कि ज्ञान प्राप्त करना सबके बस में नहीं है. परंतु कर्म करने पर सबका अधिकार है, यदि अपने धर्म के अनुसार सब अपना कर्म करते रहेंगे तो निश्चित रूप से एक की मोक्ष का मार्ग खुलेगा. जब हम निस्वार्थ भाव से कर्म करते हैं तो उसके फल में हमारी आसक्ति नहीं होती. कर्म फल की आसक्ति के बिना किया कर्म ही हमे पुण्य प्रदान करता है. वो ही पुण्य हमे जन्म मृत्यु के भय से मुक्ति प्रदान करता है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
आज शनिवार के दिन काली चालीसा सुन कर करें शत्रु विनाश…