आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
पौष मास सप्तमी 14:31 (कृष्ण पक्ष), युगाब्द 5125, विक्रमी संवंत 2081 तदनुसार 22 दिसंबर 2024, दिन रविवार।
आज का नक्षत्र – उत्तराफाल्गुनी 33:08 तक.
आज का योग – आयुष्मन18:58 तक.
आज का करण – बव 14:31 तक, बाद बालव 27:47 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:01 से 12:42 दोपहर तक
आज का राहुकाल – 16:10 से 17:27 शाम.
आज का दिशा शूल – पश्चिम और दक्षिण पश्चिम कोण.
श्रीमद्भगवद्गीता पहला अध्याय श्लोक संख्या 13.
ततः शंखाश्च भेर्यश्च पणवानकगोमुखाः ।
सहसैवाभ्यहन्यन्त स शब्दस्तुमुलोऽभवत् ॥
व्याख्या –
इसके पश्चात शंख और नगाड़े तथा ढोल, मृदंग और नरसिंघे आदि बाजे एक साथ ही बज उठे। उनका वह शब्द बड़ा भयंकर हुआ॥
आज का ज्ञान – संगीत हमेशा मनोरंजन के लिए नही होता, इस महाभारत युद्ध में जो शंख नाद हुए उसके बाद बजने वाले ढोल मृदंग का संगीत भय को बढाने वाला था, युद्ध मनोरंजक नही होते, इस लिए युद्ध का निर्णय लेनें के बाद परिणाम जो भी हो स्वीकार करना पड़ता है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐