aaj ki tithi

Aaj Ki Tithi: आज 9 मई 2025 का पंचांग, गीता ज्ञान और आज के सुविचार के साथ पाएं चालीसा पाठ..

आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- आज की तिथि के साथ पाएं पूरा पंचांग..

आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- वैशाख मास (शुक्ल पक्ष) द्वादशी 14:55 तक, बाद त्रयोदशी. युगाब्द 5127, विक्रमी संवत् 2082 तदनुसार 9 मई 2025, दिन शुक्रवार.

आज का नक्षत्र – हस्त 24:08 तक. 

आज का योग – वज्र 26:56 तक. 

आज का करण – बालव 14:55 तक, बाद कौलव 28:12 तक.   

आज का शुभ मुहूर्त – 11:52 से 12:46 दोपहर तक. 

आज का राहुकाल – 10:38 से 12:19 सुबह तक. 

आज का दिशा शूल – पश्चिम दिशा.

आज का कुटुंब प्रबोधन ज्ञान (Kutumb Prabodhan):-

रोज़ मिलकर प्रार्थना करें।

सरस्वती माता की कृपा से करें बुद्धि बल को मज़बूत…

सरस्वती चालीसा सुननें के लिए लिंक पर जाएँ…

गीता ज्ञान (Geeta Gyan) तृतीय अध्याय श्लोक संख्या.40.

इन्द्रियाणि मनो बुद्धिरस्याधिष्ठानमुच्यते ।

एतैर्विमोहयत्येष ज्ञानमावृत्य देहिनम्‌ ॥

व्याख्या-

इन्द्रियाँ, मन और बुद्धि- ये सब इसके वासस्थान कहे जाते हैं। यह काम इन मन, बुद्धि और इन्द्रियों द्वारा ही ज्ञान को आच्छादित करके जीवात्मा को मोहित करता है। ॥

आज का सुविचार और गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-

गीता ज्ञान के आज एक प्रश्न और उसका उत्तर देने का प्रयास करेंगें. ये कामना पैदा कैसे होती है. इस प्रश्न का उत्तर भगवान जी बताते हैं, कि इन्द्रियां मन इस काम की उत्पत्ति के स्थान हैं. ये काम इनमे ही वास करता है. इसी लिए इन्द्रियों के वशीभूत होना जीवन में कभी किसी प्रकार की समझदारी नहीं हो सकता. जब हम अपने जीवन में अच्छे आचरण अपने धर्म युक्त आचरण का पालन करते हैं, तो ये कामनाएं अपने आप शांत होने लगती हैं. तब मन को स्वयं समझ आने लगता है, कि मनुष्य स्वयं के लिए कभी कुछ करता ही नहीं. अपने लिए केवल वो ही करता है जो इन इन्द्रियों के लिए जीता हैं. 

ज्योतिषाचार्य डॉ सुमित की ओर से प्रार्थना है, कि आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐

संतोषी चालीसा पाठ से होता है घर में खुशियों का वास. संतोषी चालीसा पाठ करने के लिए लिंक पर जाएँ.

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अपने आराध्य देव को प्रसन्न करने के लिए, करें चालीसा पाठ. दिन के अनुसार करें या मन के अनुसार.

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