aaj ki tithi

Aaj ki Tithi: आज 4 मई 2025 का पंचांग, गीता ज्ञान सुविचार, कुटुंब प्रबोधन और चालीसा पाठ..

आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- आज की तिथि के साथ पाएं पूरा पंचांग..

आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- वैशाख मास (शुक्ल पक्ष) सप्तमी 07:18 तक, बाद अष्टमी. युगाब्द 5127, विक्रमी संवत् 2082 तदनुसार 4 मई 2025, दिन रविवार.

आज का नक्षत्र – पुष्य 12:52 तक. 

आज का योग – गंड 24:40 तक. 

आज का करण – वणिज 07:18 तक, बाद विष्टि 19:20 तक.   

आज का शुभ मुहूर्त – 11:53 से 12:46 दोपहर तक. 

आज का राहुकाल – 17:20 से 19:01 शाम तक. 

आज का दिशा शूल – पश्चिम दिशा.

आज का कुटुंब प्रबोधन ज्ञान (Kutumb Prabodhan):-

प्रेम बाँटने से घटता नहीं, बढ़ता है।

गायत्री चालीसा पाठ करें दिन बनेगा उज्वल..

गायत्री चालीसा सुननें के लिए लिंक पर जाएँ.

गीता ज्ञान (Geeta Gyan) तृतीय अध्याय श्लोक संख्या.35.

श्रेयान्स्वधर्मो विगुणः परधर्मात्स्वनुष्ठितात्‌ ।

स्वधर्मे निधनं श्रेयः परधर्मो भयावहः ॥

व्याख्या-

अच्छी प्रकार आचरण में लाए हुए दूसरे के धर्म से गुण रहित भी अपना धर्म अति उत्तम है। अपने धर्म में तो मरना भी कल्याणकारक है और दूसरे का धर्म भय को देने वाला है॥

आज का सुविचार और गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-

आज का गीता ज्ञान जीवन का बहुत महत्वपूर्ण सन्देश दे रहा है. आज भगवान जीवन में अपने धर्म को छोड़ कर दूसरे के धर्म में जानें से मना करते हुए कहते हैं, कि दूसरे के धर्म में जानें से अच्छा अपने धर्म में रहते हुए प्राण त्याग कर देना ही है. यहाँ आज के समय में धर्म केवल हिन्दू मुस्लिम को समझा जाता है. अब समझने वाली बात ये ही है की तो भगवान जी ने किस दूसरे धर्म के विषय में ऐसा कहा. यहाँ दूसरों के द्वारा दी गयी सलहा और दूसरों के द्वारा प्रेरति करवा कर करवाए गए कर्म के लिए ही अपने धर्म मतलब अपने संस्कार के अनुसार अपने कुल की मर्यादा के अनुसार दिए गए संस्कार ही धर्म हैं. इस लिए दूसरों की सांगत कितनी भी अच्छी क्यों ना हो हमें अपने संस्कार नहीं छोड़ने चाहिएं. अपने कुल धर्म के विपरीत और दूसरों के अच्छे लगनें वाले विचारों का आचरण कभी नहीं करना चाहिए, ऐसा स्वयं भगवान श्री कृष्ण कहते हैं. 

ज्योतिषाचार्य डॉ सुमित की ओर से प्रार्थना है, कि आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐

https://jyotishkundli.co.in/aaj-ka-rashifal-ank-jyotish-4-may

रविवार के दिन सूर्य चालीसा पाठ से करें सूर्य देव को प्रसन्न.

कुंडली विश्लेषण के लिए लिंक को छू कर वेबसाइट के अपॉइंटमेंट सेक्शन में जाएँ. 

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