आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- वैशाख मास (शुक्ल पक्ष) प्रतिपदा 21:10 तक, बाद त्रयोदशी. युगाब्द 5127, विक्रमी संवत् 2082 तदनुसार 28 अप्रैल 2025, दिन सोमवार.
आज का नक्षत्र – भरणी 21:36 तक.
आज का योग – आयुष्मन 20:01तक.
आज का करण – किन्स्तुघन 11:04, बाद बव 21:10 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 11:54 से 12:47 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 07:23 से 09:02 सुबह तक.
आज का दिशा शूल – पूर्व दिशा.
आज का कुटुंब प्रबोधन ज्ञान (Kutumb Prabodhan):-
संस्कार, शिक्षा से अधिक प्रभावी होते हैं।
सभी मनोरथ पूरे करने हैं तो आज शिव को जरुर मनाएं.
शिव चालीसा पाठ से होंगे दूर सभी कष्ट और रोग…
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) तृतीय अध्याय श्लोक संख्या.29.
प्रकृतेर्गुणसम्मूढ़ाः सज्जन्ते गुणकर्मसु ।
तानकृत्स्नविदो मन्दान्कृत्स्नविन्न विचालयेत् ॥
व्याख्या-
प्रकृति के गुणों से अत्यन्त मोहित हुए मनुष्य गुणों में और कर्मों में आसक्त रहते हैं, उन पूर्णतया न समझने वाले मन्दबुद्धि अज्ञानियों को पूर्णतया जानने वाला ज्ञानी विचलित न करे॥
आज का सुविचार और गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-
ज्ञानियों के लिए समाज सुधार करना बहुत जरुरी होता है. ज्ञानी जनों को चाहिए की वो ज्ञान हो जानें पर उस ज्ञान को दूसरों तक भी पहुचाएं. ज्ञानी उसे माना गया है जिसे ज्ञान हो जाता है की गुणों को कर्मों के अनुसार बदला जा सकता है. मतलब ये हुआ ही मनुष्य को जब अनुभव हो जाता है, तो उसे उस विषय का पूर्ण ज्ञान हो जाता है. इस लिए मनुष्य को चाहिए की अब वो अपने अनुभव से समाज को ज्ञान दें. कर्म करवाने वाला कोई और नहीं वो हमारा गुण है, जैसी हमारी प्रकृति है वैसा ही हमे गुण प्राप्त हुआ है. परन्तु अपने कर्मों को बदल कर हम अपनी प्राकृत को बदल सकते हैं. ऐसा सत्य का ज्ञान प्राप्त करने वाला ज्ञानी कहलाता है. फिर वो समझ जाता है कि वो स्वयं कुछ नहीं करता सब उसके गुणों से होता है. वो गुण प्रदान करने वाला कोई और नहीं उसका कर्म ही है.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
शिव की शक्ति है जगदम्बा, शिव के साथ करें शक्ति का ध्यान, करें काली चालीसा का पाठ..
कुंडली विश्लेषण के लिए लिंक को छू कर वेबसाइट के अपॉइंटमेंट सेक्शन में जाएँ.