aaj ki tithi

Aaj ki Tithi: आज 24 अप्रैल 2025 का पंचांग, गीता ज्ञान और आज का सुविचार..

आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।

आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- वैशाख मास (कृष्ण पक्ष) एकादशी 14:31 तक, बाद द्वादशी. युगाब्द 5127, विक्रमी संवंत 2082 तदनुसार 24 अप्रैल 2025, दिन गुरुवार.

आज का नक्षत्र – शतभिषा 10:48 तक. 

आज का योग – ब्रह्मा 15:54 तक. 

आज का करण – बालव 14:31, बाद कौलव 25:12 तक.   

आज का शुभ मुहूर्त – 11:55 से 12:47 दोपहर तक. 

आज का राहुकाल – 13:59 से 15:38 दोपहर तक. 

आज का दिशा शूल – दक्षिण दिशा.

आज का कुटुंब प्रबोधन ज्ञान (Kutumb Prabodhan):-

परिवार ही पहला विद्यालय है।

विष्णु जी का दिन है, करें लक्ष्मी माता को प्रसन्न, मिलेगा सुख का वरदान. 

लक्ष्मी चालीसा पाठ से बनेंगे बिगड़े काम. 

गीता ज्ञान (Geeta Gyan) तृतीय अध्याय श्लोक संख्या.25.

सक्ताः कर्मण्यविद्वांसो यथा कुर्वन्ति भारत ।

कुर्याद्विद्वांस्तथासक्तश्चिकीर्षुर्लोकसंग्रहम्‌ ॥

व्याख्या-

हे भारत! कर्म में आसक्त हुए अज्ञानीजन जिस प्रकार कर्म करते हैं, आसक्ति रहित विद्वान भी लोकसंग्रह करना चाहता हुआ उसी प्रकार कर्म करे॥

आज का सुविचार और गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-

यज्ञ करने से कोई विद्वान नहीं होता, परन्तु यज्ञ को एक विधि कहा जाता है, उस विधि को पूर्ण करने वाला निश्चित रूप से कर्म को सही दिशा में सम्पादित करता है. संत समाज केवल यज्ञ करने में लगा है क्योंकि निस्वार्थ भाव से किया कर्म ही लोक हित का कार्य होता है. जन  कल्याण के लिए आसक्ति का त्याग कर के कर्म करने वाला ही वास्तव में विद्वान माना जाता है. हम जब भी जीवन में लोक कल्याण की भावना से कर्म करते हैं तो उसके परिणाम की चिंता किए बिना कर्म करना चाहिए. कर्म फल को को ही आसक्ति कहा गया है और उस कर्म फल इच्छा का त्याग ही आसक्ति का त्याग होता है. वो ही असल में पूजनीय हैं. 

आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐

लक्ष्मी पति नारायण जी को प्रसन्न करने से होगा जीवन के सभी दुखों का अंत, करें विष्णु चालीसा का पाठ.

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