आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- वैशाख मास (कृष्ण पक्ष) सप्तमी 19:00 तक, बाद अष्टमी. युगाब्द 5127, विक्रमी संवंत 2082 तदनुसार 20 अप्रैल 2025, दिन रविवार.
आज का नक्षत्र – पूर्वाषाढ़ा 11:47 तक.
आज का योग – सिद्ध 24:11 तक.
आज का करण – विष्टि 06:45 तक, बाद बव 19:00तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 11:56 से 12:48 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 17:14 से 18:52 शाम तक.
आज का दिशा शूल – पश्चिम दिशा.
गायत्री माता करेंगी जीवन की सभी रुकावट दूर.
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गीता ज्ञान (Geeta Gyan) तृतीय अध्याय श्लोक संख्या.21.
यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जनः ।
स यत्प्रमाणं कुरुते लोकस्तदनुवर्तते ॥
व्याख्या-
श्रेष्ठ पुरुष जो-जो आचरण करता है, अन्य पुरुष भी वैसा-वैसा ही आचरण करते हैं। वह जो कुछ प्रमाण कर देता है, समस्त मनुष्य-समुदाय उसी के अनुसार बरतने लग जाता है॥
आज का सुविचार और गीता ज्ञान (Aaj ka Suvichar) (Geeta Gyan):-
जीवन हमें सिखाता है कि, हमारा एक आदर्श होता है जिसका हम अनुसरण करते हैं. जैसा हम आचरण
करते हैं उसी से पता लग जाता है ही हम किसका अनुसरण कर रहे हैं, इसी से अच्छे और बुरे की पहचान भी हो जाती हैं. अगर हम समाज में कुछ अलग और अच्छा करते हैं, तो समाज हमारा अनुसरण करता है. लोग हमारे पीछे चलते हैं. परन्तु अगर हम कुछ अच्छा नहीं कर पाते हैं, तो हम जीवन भर दूसरों का आचरण करते रहते हैं. अब ये आपको तय करना है, कि दूसरों का अनुसरण ही जीवन भर करना है, या समाज को अपने पीछे चलाना है. यही आज का गीता ज्ञान सन्देश हैं.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
सूर्य की शक्ति से होगा समाज में आपका नाम करें सूर्य चालीसा पाठ से सूर्य नारायण भगवान को प्रसन्न.
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