आज का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- वैशाख मास (कृष्ण पक्ष) प्रतिपदा, युगाब्द 5127, विक्रमी संवंत 2082 तदनुसार 13 अप्रैल 2025, दिन रविवार.
आज का नक्षत्र – चित्रा 21:09 तक.
आज का योग – हर्षण 21:38 तक.
आज का करण – बव 19:07 तक, बाद बालव.
आज का शुभ मुहूर्त – 11:58 से 12:49 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 17:11 से 18:47 शाम तक.
आज का दिशा शूल – पश्चिम दिशा.
आज रविवार के दिन सूर्य नारायण करेंगे मन को शान्त.
सूर्य चालीसा सुनने के लिए निचे दिए लिंक को छुएं.
गीता ज्ञान (Geeta Gyan) तृतीय अध्याय श्लोक संख्या.13.
यज्ञशिष्टाशिनः सन्तो मुच्यन्ते सर्वकिल्बिषैः ।
भुञ्जते ते त्वघं पापा ये पचन्त्यात्मकारणात् ॥
व्याख्या-
यज्ञ से बचे हुए अन्न को खाने वाले श्रेष्ठ पुरुष सब पापों से मुक्त हो जाते हैं और जो पापी लोग अपना शरीर-पोषण करने के लिए ही अन्न पकाते हैं, वे तो पाप को ही खाते हैं॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
मनुष्य जीवन और पशु जीवन में कुछ भिन्नता है, केवल इसी भिन्नता को ही समझना है. केवल भोजन करना और जीवन यापन करना मनुष्य जीवन का उद्देश्य नहीं हो सकता. हम इस दुनिया में एक मात्र प्रजाति हैं जिसमे बुद्धि तत्व है. हमे अपने कर्म को श्रेष्ठ बनाना है. ये ही हमारे जीवन का उद्देश्य होना चाहिए. केवल भोजन के लिए पैसा जोड़ना या पेट भरने के लिए काम करना ही जीवन का उद्देश्य नहीं हो सकता. ये कार्य तो हर जीव कर रहा है. गीता ज्ञान से हमे प्राप्त होगा वो उद्देश्य जाननें के लिए पढ़ते रहें गीता ज्ञान सुविचार..
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
आज रविवार के दिन गायत्री चालीसा सुननें से होंगे रुके हुए बड़े बड़े कार्य.
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