aaj ki tithi

Aaj ki Tithi: आज 4 अप्रैल 2025 का पंचांग, गीता ज्ञान और आज का सुविचार..

आज 4 अप्रैल 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।

आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- चैत्र मास (शुक्ल पक्ष) सप्तमी 20:12 तक, युगाब्द 5127, विक्रमी संवंत 2082 तदनुसार 4 अप्रैल 2025, दिन शुक्रवार.

आज का नक्षत्र – आर्द्रा 29:19 तक. 

आज का योग – शोभन 21:44 तक. 

आज का करण – गर 08:51 तक, बाद वणिज 20:12 तक.  

आज का शुभ मुहूर्त – 12:01 से 12:51 दोपहर तक. 

आज का राहुकाल – 10:52 से 12:26 सुबह तक. 

आज का दिशा शूल – पश्चिम दिशा.

आज नवरात्रि का सातवाँ दिन माता को प्रसन्न करें. 

ललिता चालीसा सुनने के लिए निचे दिए लिंक को छुएं. 

गीता ज्ञान (Geeta Gyan) तृतीय अध्याय श्लोक संख्या.4.

न कर्मणामनारंभान्नैष्कर्म्यं पुरुषोऽश्नुते ।

न च सन्न्यसनादेव सिद्धिं समधिगच्छति ॥

व्याख्या-

मनुष्य न तो कर्मों का आरंभ किए बिना निष्कर्मता (जिस अवस्था को प्राप्त हुए पुरुष के कर्म अकर्म हो जाते हैं अर्थात फल उत्पन्न नहीं कर सकते, उस अवस्था का नाम ‘निष्कर्मता’ है।) को यानी योगनिष्ठा को प्राप्त होता है और न कर्मों के केवल त्यागमात्र से सिद्धि यानी सांख्यनिष्ठा को ही प्राप्त होता है॥

आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-

कर्म करना हर हाल में जरुरी है, आज के गीता ज्ञान का ही सार है. भगवान श्री  कह रहे हैं की कर्मों का त्याग कर के केवल सन्यासी बननें से मोक्ष की प्राप्ति नहीं होती है. आपको हर स्थिति में कर्म करना होगा. जिस अवस्था में हम होते हैं उसी के धर्म के अनुसार कर्म करना श्रेष्ठ है. अगर हम सभी कर्मों का त्याग कर के सन्यासी बन भी जाते हैं तो हमे सन्यास आश्रम का पालन करते हुए कर्म करने होंगे. अन्यथा भगवत प्राप्ति सम्भव नहीं. 

आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐

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