आज 2 अप्रैल 2025 का पञ्चांग, श्रीमद्भगवद्गीता जी के श्लोक ज्ञान सहित।
आज की तिथि (Aaj Ki Tithi):- चैत्र मास (शुक्ल पक्ष) पंचमी 23:49 तक, युगाब्द 5127, विक्रमी संवंत 2082 तदनुसार 2 अप्रैल 2025, दिन बुधवार.
आज का नक्षत्र – कृत्तिका 08:48 तक.
आज का योग – आयुष्मन 26:48 तक.
आज का करण – बव 13:06 तक, बाद बालव 23:49 तक.
आज का शुभ मुहूर्त – 12:01 से 12:51 दोपहर तक.
आज का राहुकाल – 12:26 से 13:59 दोपहर तक.
आज का दिशा शूल – उत्तर दिशा.
आज नवरात्रि के पाचवें दिन माता को प्रसन्न करें.
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गीता ज्ञान (Geeta Gyan) तृतीय अध्याय श्लोक संख्या.2.
व्यामिश्रेणेव वाक्येन बुद्धिं मोहयसीव मे ।
तदेकं वद निश्चित्य येन श्रेयोऽहमाप्नुयाम् ॥
व्याख्या-
आप मिले हुए-से वचनों से मेरी बुद्धि को मानो मोहित कर रहे हैं। इसलिए उस एक बात को निश्चित करके कहिए जिससे मैं कल्याण को प्राप्त हो जाऊँ॥
आज का सुविचार- गीता ज्ञान (Aaj ka suvichar) (Geeta Gyan):-
अर्जुन जीवन के ऐसे मोड़ पर है जिसका सामना हम रोज़ाना किसी ना किसी रूप में कर रहें हैं. इस समय अर्जुन दुविधा में है, भ्रम में हैं किस क्या श्रेष्ठ है, ज्ञान या कर्म. अर्जुन भगवान से पूछ रहें हैं की बताएं क्या मुझे क्या करना है. मैं कैसे श्रेठ बन सकता हूँ. कौनसा कर्म मेरे लिए श्रेष्ठ है. क्या केवल ज्ञान मार्ग उचित है या केवल कर्म मार्ग. आगे के विषय जीवन में बहुत बड़ा बदलाव लाने वाले होने वालें हैं इस लिए जुड़े रहें गीता ज्ञान के इस विचारों के महासागर में.
आपका दिन शुभ हो🙏🏻💐
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